डायनासोर नाम सुनकर ही दिल यह बात आती है कि क्यो ना उसके बारे मे कुछ और जाना जाये?
डायनासोर धरती का सबसे बड़ा जीव था करोड़ो सालो पहले इनकी अच्छी खासी प्रजाति पायी जाती थी
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लेकिन आज के समय मे सिर्फ इनके अवशेष ही पाये जाते हैं यह बात अभी तक सही पता नही चली है कि डायनासोरो का विलुप्त होने का क्या कारण रहा वैसे सभी विज्ञानिको का इस बात पर अलग-अलग मत्त है जिनसे सही बात का पता नही लगता |
आप डायनासोर के बारे मे कुछ ऐसी बाते है जिसे जानना चाहेंगे -
- डायनासोर का जीवन धरती पर लगभग 16 करोड़ वर्ष तक रहा इन्हें इनके बड़े आकार के कारण ज्यादा पसन्द किया जाता है लेकिन उनका आकार मानव के बराबर व उनसे छोटा भी होता था |
- डायनासोर माँसाहारी व शाकाहारी दोनो तरह के होते थे जिसमे सबसे ख़तरनाक माँसाहारी डायनासोर होते थे |
- डायनासोर लगभग 20 मील/घण्टा से भागते थे जिनका एक कदम 15 फिट का होता था |
- कुछ डायनासोर दो पैरों पर चलते थे और कुछ दो पैरों पर चलते थे उनकी केई प्रजाति थी |
- डायनासोर अण्डे देते थे जिसके लिये वह पक्षीयो की तरह घोसले बनाते थे |
- डायनासोर की हड्डियां दवा बनाने के लिये बहुत उपयोगी है |
- डायनासोर की लोकप्रियता इस बात से पता लगा सकते हो कि दुनिया मे डायनासोर के ऊपर बनी किताबें और किताबों से ज्यादा बिकती है |
- डायनासोर किसी जीव की हड्डियां भी तोड़ व कुचल सकते थे क्योंकि उनके दाँत 50 होते थे जिसके एक दाँत 9 इंच का व जबड़ा लगभग 3 से 4 फिट का होता था |
- जब डायनासोर को भूख लगती थी तो वह एक चट्टान को भी चबा सकता है |
डायनासोर की जाति की विलुप्त होने का कारण भी तक कोई सही नही बता पाया है हर वैज्ञानिक का कहना अलग ही कुछ का मानना यह है कि डायनासोर पृथ्वी के बदलते वातावरण को सहन नही कर पाये , आपस मे भीड़ कर खुद का खादना किया और कुछ का यह कहना है कि कोई उल्कापिंड पृथ्वी टकड़ाने से हो गये |