देशभक्ति सिर्फ एक भावना नहीं, बल्कि हमारे दिलों में बसी आत्मा है। इस लेख में, आपको 85+ नवीनतम देशभक्ति शायरी मिलेगी, जो आपके अंदर राष्ट्रप्रेम, गर्व और वीरता की भावना को जगाएगी। भारत माता, शहीदों के बलिदान, स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता और भारतीय सेना के साहस को समर्पित यह शायरी हर देशप्रेमी के दिल को छू जाएगी। 2025 के सबसे नए और जोशीले शब्दों में बुनी ये रचनाएँ आपको गर्व और प्रेरणा से भर देंगी। जय हिंद! 🇮🇳

नई देश भक्ति शायरी

हिंदुस्तान की शान हैं हम, ये वतन हमारी जान है,
लहराए तिरंगा सदा ऊँचा, यही हर दिल की पहचान है।

नई देश भक्ति शायरी

सरहद पर जो लहू गिरा, वो बेकार नहीं जाएगा,
भारत माँ के हर बेटे का, यह कर्ज़ चुकाया जाएगा।

हर सुबह जब सूरज निकले, तिरंगे का रंग बिखर जाए,
शहीदों की कुर्बानी हर दिल में, अमर गीत बन जाए।

धरती मेरी सोने की, अम्बर मेरा ताज,
भारत माँ के चरणों में, अर्पण मेरा राज।

सर झुका दूँ उस मिट्टी को, जिसमें वीर जनम लेते हैं,
माँ की ममता, वीरों की गाथा, दुनिया को राह देते हैं।

ना हिन्दू, ना मुस्लिम, ना सिख, ना ईसाई,
सब मिलकर बनाएँ भारत की परछाई।

वीरों की गाथा जब-जब गूँजे, भारत माँ मुस्काती है,
हर तूफान में खड़ा रहेगा, ये देश नहीं झुक पाती है।

जो शहीदों का कर्ज़ चुकाए, वो सच्चा बेटा कहलाए,
देश के लिए जीने-मरने की, जो कसमें रोज़ निभाए।

खून से सींचा इस धरती को, हर वीर ने हँस के,
तब जाकर खिला चमन यह, फूलों की इस बस में।

जब तक ये लहू में गर्मी है, वंदे मातरम् कहते रहेंगे,
भारत की शान बनाए रखेंगे, हर साँस में बस देश जियेंगे।

🇮🇳 जय हिंद! वंदे मातरम्! 🇮🇳

दिल को छू जाने वाली देशभक्ति शायरी

वो तिरंगा जो लहराए, हर दिल का अभिमान बने,
देशभक्ति की लौ जले, और हिंदुस्तान बने।

नई देश भक्ति शायरी

सरहद की ठंडी रातों में, जो जागे वो सिपाही है,
जो चैन से सो सके यहाँ, वो उनकी ही दुआई है।

मेरे देश की माटी में, वीरों का इतिहास लिखा है,
हर कतरे में लहू का, भारत माँ का प्यार बसा है।

लिख दूँ लहू से मैं इबारत, कि मेरा वतन अमर रहेगा,
हर मुश्किल के बाद भी ये, तिरंगे संग खड़ा रहेगा।

जहाँ हर दिल में प्यार मिले, जहाँ हर पर्व तिरंगा हो,
ऐसा हो मेरा भारत माँ, जहाँ हर दिन उजाला हो।

कोई बाँट न सके इस जमीं को, ये एकता का पैगाम है,
हर भाषा, हर रंग यहाँ, पर एक हमारा नाम है।

जो मिट गए इस धरती पे, वो अमर कहानी बन गए,
जो जी रहे हैं फर्ज़ लिए, वो हिन्दुस्तानी बन गए।

जो मिट्टी में मिल जाएं, वतन की माटी महकाने को,
ऐसे वीरों के आगे, झुकता है आसमान भी सलाम करने को।

माँ के आँचल सी ये धरती, माँ की गोदी सा यह प्यार,
इसकी रक्षा में जो मिटे, वो ही असली शेर-ए-दिलदार।

हम तिरंगे के साए में जिए, और तिरंगे के साए में मरेंगे,
जब-जब देश पुकारेगा, हम फिर लौटकर आएंगे।

Desh Bhakti Shayari 2 Line

सरहद पर जो बहता लहू, वो तिरंगे का सम्मान है,
इस मिट्टी से जो प्यार करे, वही सच्चा इंसान है।

जो तूफानों में भी झुके नहीं, वो हिंदुस्तानी जान लो,
हर मुश्किल में खड़ा रहेगा, ये भारत का अभिमान लो।

हमारी जान भी कुर्बान हो, ये धरती माँ महान रहे,
हर गली में तिरंगा फहरे, और हिंदुस्तान जवान रहे।

Desh Bhakti Shayari 2 Line

दिल में तिरंगा बसा लिया, हर साँस में वतन का नाम है,
जान भी कुर्बान कर दूँ, ये हिंदुस्तान मेरी जान है।

तिरंगे की शान में जो जीते, वो वीर सपूत कहलाते हैं,
जो देश के काम नहीं आते, वो जीते जी मर जाते हैं।

सीमा पर जो सोया नहीं, वो मेरा भारत वीर है,
जिसकी आँखों में सपना देश का, वही असली शमशीर है।

भारत माँ के वीर सपूत, हर जंग में अमर रहेंगे,
देशभक्ति की ज्योत जलाकर, तिरंगे संग सदा बहेंगे।

हर दिल में हिंदुस्तान बसा, ये जान से भी प्यारा है,
जो कुर्बान हो जाए इसके लिए, वही सच्चा सितारा है।

जहाँ तिरंगा ऊँचा रहे, वही मेरी जमीं रहे,
जो इस पर आँच भी लाए, वो दुश्मन की लाश गिरे।

हवा भी भारत बोल उठे, ये पर्वत भी गाए गीत,
हिंदुस्तान की जय-जयकार, जब-जब बजे रणधीर।

Army Desh Bhakti Shayari

जो हर मौसम में डटा रहे, वो हिंदुस्तानी फौजी है,
जान हथेली पर रख चले, उसकी अलग ही मौजी है।

सरहद पर जो जाग रहा, वो भारत माँ का लाल है,
हर गोली के सामने जो खड़ा, वही असली ढाल है।

रातें ठंडी, दिन तपते, पर फौजी का जोश नहीं घटता,
हर कदम पे मौत खड़ी, फिर भी तिरंगे से प्यार बढ़ता।

Army Desh Bhakti Shayari

माँ के आँचल को छोड़ आया, सरहद को गोद बना बैठा,
जान की कीमत क्या होती है, ये हर फौजी बता बैठा।

सिर्फ जंग नहीं, हर जख्म हँसकर सहते हैं,
हम फौजी हैं, हर साँस वतन पर लिखते हैं।

मुझे मौत की परवाह नहीं, बस तिरंगा दफनाए मुझे,
जो जिए देश के लिए, वही फौजी कहलाए मुझे।

बारूद की खुशबू आती है, जब फौजी घर लौटता है,
वो तस्वीर तिरंगे में लिपटी, हर दिल को तोड़ता है।

फौलाद के सीने हैं उनके, जो सरहद के प्रहरी हैं,
हर दुश्मन के सामने अडिग, जो भारत के प्रहरी हैं।

जो गोली सीने में खाकर भी मुस्कराए, वही फौजी होता है,
जो हर हाल में देश की शान बनाए, वही सच्चा होता है।

जब तक लहू में गर्मी है, तब तक लड़ते जाएंगे,
जब तक है जान इस तन में, भारत माँ पर मर जाएंगे।

भारत माता के लिए जोशीली शायरी

माँ के चरणों में जान रख दूँ, यह सौभाग्य हमारा है,
भारत माँ की जय-जयकार, हर दिल का नारा है।

तिरंगे की शान में जीऊँगा, तिरंगे की शान में मरूँगा,
जब भी पुकारेगी भारत माँ, हंसते-हंसते मैं बढ़ूँगा।

भारत माता के लिए जोशीली शायरी

जो मिट गए इस धरती पर, उनकी यादें अमर रहेंगी,
भारत माँ की जय-जयकार, सदियों तक गूँजती रहेंगी।

दिल में बसा है भारत माँ, साँसों में तिरंगा लहराए,
हर बूँद लहू की कहती है, यह देश कभी ना झुक पाए।

कसम खाई है इस मिट्टी की, इसे कलंकित ना होने देंगे,
हर हाल में इसकी आन बचाएँ, और प्राण यहाँ खोने देंगे।

भारत की शान, भारत की जान, भारत ही अभिमान है,
जो इसकी ओर आँख उठाए, वो दुश्मन शमशान है।

जो वतन के लिए जिए-मरे, वही असली सपूत हैं,
भारत माँ के चरणों में, जो लिखें अमर वजूद हैं।

जब तक सूरज-चाँद रहेगा, भारत माँ की शान रहेगी,
हमारी रगों में जब तक लहू है, इसकी ही पहचान रहेगी।

कभी जुकेगा नहीं तिरंगा, कभी मिटेगा नहीं ये नाम,
जब तक जिंदा है एक भी बेटा, तब तक रहेगा हिंदुस्तान।

हर गली में तिरंगा ऊँचा, हर दिल में जोश नया होगा,
जब तक जिंदा हैं हम सारे, भारत माँ अमर रहेगा।

शहीद देश भक्ति शायरी

जो हँसकर वतन पे मिट गए, वो फूलों से प्यारे हैं,
शहीदों की मिट्टी को चूम लो, ये देश के सितारे हैं।

सीने में गोली खाकर भी, जो तिरंगे से लिपट गए,
ऐसे अमर सपूतों को, हम सदा याद करेंगे।

शहीद देश भक्ति शायरी

जो सरहद पर लहू बहाए, वो मरकर भी अमर रहेगा,
शहीदों की कुर्बानी का, भारत सदा कर्ज़दार रहेगा।

वो शहीदों की चिताएँ, आज भी गवाही देती हैं,
जो मिट गए वतन के लिए, वो कहानियाँ अमर रहती हैं।

धरती माँ की गोद में, सोने का सौभाग्य मिला,
शहीदों के बलिदान से, ये वतन आबाद हुआ।

लहू से सींचा जो वतन, उसे झुकने न देंगे,
हर शहीद के सपने को, हम सच करके देंगे।

तिरंगे के रंग में जो, अपना लहू मिला गए,
ऐसे वीर सपूतों को, सलाम हम बजा गए।

सर झुका दो उन वीरों को, जो देश के लिए मिट गए,
अपनी जान लुटा कर भी, जो इतिहास रच गए।

जो कफ़न तिरंगा बन गया, वो सबसे अमीर है,
शहीद की यादों में बसा, हर दिल उसका मीर है।

माँ के आँचल से निकले थे, वतन की गोदी में सो गए,
भारत माँ की लाज बचाने, वो खुद ही मिट गए।

हर बूँद जो गिरी जमीं पर, वो भारत माँ का मान बनी,
हर शहीद की कुर्बानी, इस मिट्टी की पहचान बनी।

जब-जब तिरंगा लहराएगा, तब-तब याद शहीदों की आएगी,
जो सो गए चिरनिद्रा में, उनकी कुर्बानी रंग लाएगी।

जो वतन के लिए लड़े, वो अमर कहानी बन गए,
जो हँसकर शहीद हो गए, वो हिंदुस्तान की जान बन गए।

बंदूकें उनकी चुप हो गईं, पर किस्से जिंदा रहते हैं,
जो मिटे थे वतन की खातिर, वो अमर होकर रहते हैं।

नमन है उन वीरों को, जो रण में काम आ गए,
हमें आज़ादी देने वाले, खुद मिट्टी में समा गए।

🇮🇳 जय हिंद! शहीदों को शत् शत् नमन! 🇮🇳

मातृभूमि के लिए बलिदान पर शायरी

जो हँसकर वतन पर मिटे, वो वीर सपूत कहलाते हैं,
भारत माँ की रक्षा को, जो जीवन अर्पण कर जाते हैं।

तिरंगे में जो लिपटा गया, वो सबसे ऊँचा मान हुआ,
माँ की माटी चूम सका, वो सच्चा बलिदान हुआ।

खून बहा के इस धरती पर, जो अमर कहानी लिख गए,
वो सपूत इस मातृभूमि के, इतिहास में छप गए।

माँ के चरणों में रख दी जान, वो सबसे महान हुआ,
जो मिट्टी में मिल गया, वो भारत की शान हुआ।

मातृभूमि के लिए बलिदान पर शायरी

बलिदान की कीमत क्या होगी, पूछो उन वीरों की माँ से,
जो लाल वतन पर दे आई, बस तिरंगे की छाँव से।

जो अपने कफ़न में तिरंगा लपेटे, वो खुद को सौभाग्य मानते हैं,
इस मातृभूमि की गोद में सोकर, अमर हो जाते हैं।

सरहदों पर जो लहू गिरा, वो जाया नहीं जाएगा,
इस बलिदान की हर बूँद से, नया सूरज आएगा।

जो धरती पर अमर रहे, वो फूलों से बढ़कर हैं,
मातृभूमि पर मिटने वाले, आसमान से ऊँचे हैं।

जिन्होंने वतन को जान दी, वो वीर सदा जिंदा रहेंगे,
हर एक लहर में, हर गीत में, वो अमर ध्वनि बन बहेंगे।

जब-जब तिरंगा ऊँचा होगा, शहीदों की गूँज आएगी,
जो मातृभूमि पर मिट गए, उनकी रोशनी लहराएगी।

🇮🇳 जय हिंद! भारत माता की जय! 🇮🇳

स्वतंत्रता सेनानियों के सुविचार

अगर जीवन में कुछ करना है, तो पहले डर को मिटाना होगा,
आज़ादी की राह में हर मुश्किल को गले लगाना होगा।
भगत सिंह

स्वतंत्रता कोई भीख नहीं, यह वीरों का अधिकार है,
जो इसके लिए बलिदान दे, वही सच्चा अवतार है।
सुभाष चंद्र बोस

देश के लिए जीना ही नहीं, मरना भी गर्व की बात है,
माँ के चरणों में शीश झुके, यही सच्ची सौगात है।
चंद्रशेखर आज़ाद

सच्ची आज़ादी वही, जो हर दिल में सम्मान जगे,
जहाँ न कोई छोटा-बड़ा हो, हर इंसान में हिंदुस्तान जगे।
महात्मा गांधी

जो दूसरों के लिए जिए, वही असली इंसान है,
देश के लिए मर मिटे, वही वीरों की पहचान है।
सरदार वल्लभभाई पटेल

स्वतंत्रता सेनानियों के सुविचार

मरते हैं तो मर जाने दो, पर पीछे मत हटो,
आज़ादी की राह में संघर्ष हो, तो लड़ते ही रहो।
लाल बहादुर शास्त्री

जिस मिट्टी में जन्म लिया, उसके लिए कुछ कर दिखाओ,
न भूलो उन वीरों को, जो देश के लिए बलिदान दे जाओ।
बाल गंगाधर तिलक

तलवार से नहीं, कलम से भी क्रांति आती है,
जहाँ युवा जाग उठे, वहाँ नई रोशनी छाती है।
राजगुरु

जो सिर उठाकर जी सके, वही असली स्वतंत्र है,
जो अपने कर्तव्य निभाए, वही सबसे श्रेष्ठ है।
बिपिन चंद्र पाल

रात चाहे कितनी भी अंधेरी हो, नया सवेरा आएगा,
जो शहीदों ने देखा था सपना, वो एक दिन सच हो जाएगा।
विनायक दामोदर सावरकर

देश की खातिर जो जीते हैं, उनका नाम अमर हो जाता है,
जो डरकर पीछे हटते हैं, वो इतिहास से खो जाता है।
पंडित नेहरू

जब तक जिंदा हूँ, देश के लिए जियूँगा,
आज़ादी की इस जंग में, अंतिम साँस तक लड़ूँगा।
राम प्रसाद 'बिस्मिल'

मत पूछो कि वतन के लिए क्या किया है,
हर सांस को तिरंगे के नाम जिया है।
उधम सिंह

कलम भी चलाओ, तलवार भी चलाओ,
जहाँ ज़रूरत पड़े, वहाँ आवाज़ उठाओ।
अरविंद घोष

मुझे अपने खून का हर कतरा मंज़ूर है,
अगर वो मेरी मातृभूमि के काम आए।
अशफाक उल्ला खान

क्रांति सिर्फ हथियारों से नहीं, विचारों से आती है,
जहाँ सोच आज़ाद हो, वहीं असली आज़ादी छाती है।
विनोबा भावे

हर भारतीय को गर्व हो अपने इतिहास पर,
क्योंकि हर क़दम लिखा गया बलिदान के विश्वास पर।
राजेन्द्र प्रसाद

🇮🇳 जय हिंद! स्वतंत्रता सेनानियों को नमन! 🇮🇳

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